ଜି ୭ ସମ୍ମିଳନୀରେ ନେତାଙ୍କୁ ଗିଫ୍ଟ ଦେଲେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ, ବାଇଡେନଙ୍କୁ ଦେଲେ ଏହି ଉପହାର

ନୂଆଦିଲ୍ଲୀ: ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀ ଜର୍ମାନୀରେ ହେଉଥିବା ଜି୭ ସମ୍ମିଳନୀରେ ଯୋଗ ଦେଇଛନ୍ତି । ସମ୍ମିଳନୀରେ ବିଶ୍ୱର ଅନେକ ତୁଙ୍ଗ ନେତାଙ୍କୁ ଭେଟିଛନ୍ତି ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ । ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ ସବୁବେଳେ ଅନ୍ୟ ଦେଶର ନେତାଙକ ସହ ବନ୍ଧୁତ୍ୱକୁ ନେଇ ଚର୍ଚ୍ଚାରେ ରହିଥାନ୍ତି । ସେ ଯେତେବେଳେ ବିଦେଶକୁ ଯାଇଥାନ୍ତି, ନିଜ ସାଥିରେ ରାଷ୍ଟ୍ରମୁଖ୍ୟଙ୍କ ପାଇଁ ଗିଫ୍ଟ ନିଶ୍ଚୟ ନେଇଥାନ୍ତି । ଆଉ ପୁଣି ଜି୭ ସମ୍ମିଳନୀରେ ଖାଲି ହାତରେ ପୁଣି ଯାଇଥାନ୍ତେ କିପରି? ଏଠାରେ ମଧ୍ୟ ବିଦେଶୀ ରାଷ୍ଟ୍ରମୁଖ୍ୟଙ୍କୁ ପାଇଁ ଗିଫ୍ଟ ଦେଇଛନ୍ତି, ଯାହାକୁ ନେଇ ଖୁବ୍ ଚର୍ଚ୍ଚା ହେଉଛି । ତେବେ ଆସନ୍ତୁ ଜାଣିବା ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କେଉଁ ଦେଶର ମୁଖ୍ୟ କେଉଁ ଗିଫ୍ଟ ଦେଇଛନ୍ତି ।

 जापान के पीएम फुमियो किशिदा को प्रधानमंत्री ने विश्व प्रसिद्ध काली मिट्टी के बर्तन गिफ्ट किए हैं. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद कस्बे में मुगलकाल से ही काली मिट्टी के ऐसे बर्तन बनाए जाते है. काली मिट्टी के बर्तनों के इस शिल्प की उत्पत्ति गुजरात के कच्छ क्षेत्र में हुई थी. फिर औरंगजेब के शासन के दौरान क्षेत्र के कुछ कुम्हार निजामाबाद चले गए. इस मिट्टी से बने पात्रों का पैटर्न (Patterns) इलाहाबाद के बिदरीवेयर (Bidriware) से प्रेरित है, जिसके अंतर्गत चांदी के तारों का उपयोग करके बर्तनों को सजाया जाता हैं.

ଜାପାନର ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଫୁମିଓ କିଶିଦାଙ୍କୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ ବିଶ୍ୱ ପ୍ରସିଦ୍ଧ କଳା ମାଟିରେ ତିଆରି ବାସନର ଉପହାର ଦେଇଛନ୍ତି। ଉତ୍ତରପ୍ରଦେଶର ଆଜାମଗଡ ଜିଲ୍ଲାର ନିଜାମାବାଦ ସହରରେ ମୋଗଲ ସମୟରୁ କଳା ମାଟିର ଏପରି ବାସନ ତିଆରି କରାଯାଏ ।

 पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को डोकरा कलाकृति भेंट की. यह कला छत्तीसगढ़ की है. मध्य भारत के छत्तीसगढ़ राज्य की यह विशेष कलाकृति रामायण विषय पर आधारित है. कलाकृति में प्रमुख पात्र भगवान श्रीराम हैं जो लक्ष्मण, देवी सीता और भगवान हनुमान के साथ एक हाथी की सवारी करते हैं. डोकरा कला अलौह धातु की ढलाई कला है जिसमें मोम की खोई हुई ढलाई तकनीक का उपयोग होता है. इस प्रकार की धातु की ढलाई का उपयोग भारत में 4,000 से अधिक वर्षों से किया जा रहा है. खोई हुई मोम की ढलाई की दो मुख्य प्रक्रियाएं हैं: ठोस ढलाई और खोखली ढलाई. मुख्य रूप से मध्य और पूर्वी भारत के कारीगरों के उत्पाद, आदिम सादगी, मोहक लोक रूपांकनों और सशक्त रूप के कारण घरेलू और विदेशी बाजारों में इसकी बहुत मांग है.

ଦକ୍ଷିଣ ଆଫ୍ରିକାର ରାଷ୍ଟ୍ରପତି ସିରିଲ ରାମାଫୋସାଙ୍କୁ ପିଏମ ମୋଦୀ ଡୋକ୍ରା କଳାକୃତିରେ ନିର୍ମିତ ଏକ ଗିଫ୍ଟ ଦେଇଥିଲେ । ଛତିଶଗଡର ଏହି ବିଶେଷ କଳାକୃତି ରାମାୟଣର ବିଷୟବସ୍ତୁ ଉପରେ ଆଧାରିତ  । ଚିତ୍ରକଳାର ମୁଖ୍ୟ ଚରିତ୍ରଗୁଡ଼ିକ ହେଉଛନ୍ତି ପ୍ରଭୁ ରାମ ଯିଏ ଲକ୍ଷ୍ମଣ, ଦେବୀ ସୀତା ଏବଂ ପ୍ରଭୁ ହନୁମାନଙ୍କ ସହିତ ଏକ ହାତୀ ଉପରେ ବସିଛନ୍ତି ।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज को छत्तीसगढ़ की नंदी-थीम वाली डोकरा कलाकृति भेंट की. यह विशेष कलाकृति 'नंदी-द मेडिटेटिव बुल' की एक आकृति है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नंदी को विनाश के देवता व भगवान शिव का वाहन माना जाता है. भारत के हर शिव मंदिर में आपने नंदी को देखा होगा, इनका मुख शिवलिंग की ओर होता है.

ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀ ଆର୍ଜେଣ୍ଟିନା ରାଷ୍ଟ୍ରପତି ଆଲବର୍ଟୋ ଫର୍ଣ୍ଣାଣ୍ଡିଜଙ୍କୁ ଛତିଶଗଡର ଡୋକ୍ରା କଳାକୃତିରେ ନିର୍ମିତ ଏକ ନନ୍ଦୀ ପ୍ରତିମୂର୍ତ୍ତି ଉପହାର କରିଛନ୍ତି ।

 प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में अपने दोस्त जो बाइडन के लिए खास ब्रोच और कफलिंक लेकर गए थे. उन्होंने बाइडन को वाराणसी की गुलाबी मीनाकारी वाला ब्रोच और कफलिंक उपहार में दिया. मिस्टर एंड मिसेज बाइडन के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने मिलता जुलता ब्रोच बनवाया था.

ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ ବନ୍ଧୁ ଜୋ ବାଇଡେନଙ୍କ ପାଇଁ ଏକ ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର ବ୍ରୋଚ ଏବଂ କଫଲିଙ୍କ ଉପହାର ଦେଇଥିଲେ । ବାଇଡେନଙ୍କୁ ବାରଣାସୀ ଗୋଲାପୀ ମୀନାକାରୀ ବ୍ରୋଚ ଏବଂ କଫଲିଙ୍କ ଉପହାର କରିଛନ୍ତି ।

 लखनऊ के खास जरदोजी बॉक्स में इत्र की बोतलें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को उपहार में दीं. जरदोजी बॉक्स को फ्रांसीसी राष्ट्रीय ध्वज के रंगों में खादी रेशम से हाथ से कढ़ाई कर सजाया गया था.

ଲକ୍ଷ୍ନୌର ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର ଜରଦୋଜି ବାକ୍ସରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀ ଫ୍ରାନ୍ସର ରାଷ୍ଟ୍ରପତି ଇମାନୁଏଲ୍ ମାକ୍ରୋନଙ୍କୁ  ସୁଗନ୍ଧିତ ଅତର ଉପହାର ଦେଇଛନ୍ତି। ଫ୍ରାନ୍ସ ଜାତୀୟ ପତାକା ରଙ୍ଗରେ ଖଦି ରେଶମ ସହିତ ଜଦୋଜି ବାକ୍ସଟି ହାତରେ ସଜାଯାଇଥିଲା  ।

 ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन को पीएम मोदी ने हैंड पेंटेड टी सेट गिफ्ट किया. ये कला यूपी के बुलंदशहर जिले में प्रसिद्ध है. इसमें बेस फॉर्म को हाथ से पेंट किया जाता है और 1200 डिग्री सेल्सियस पर तपाया जाता है. उभरी हुई रूपरेखा मेहंदी कोन से मैन्युअल रूप से रखी जाती है. इसके लिए बेहद सधे हाथों की जरूरत होती है. प्रत्येक आकार को अलग-अलग रंग से भर दिया जाता है. इस वर्ष मनाई जा रही महारानी की प्लेटिनम जयंती के सम्मान में क्रॉकरी को प्लेटिनम मेटल पेंट से रेखांकित किया गया है.

ପିଏମ ମୋଦୀ ବ୍ରିଟିଶ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ବୋରିସ ଜନସନଙ୍କୁ ଏକ ହାତରେ ଚିତ୍ରିତ ଚା ସେଟ୍ ଉପହାର ଦେଇଛନ୍ତି। ଏହି କଳା ୟୁପିର ବୁଲନ୍ଦଶାହର ଜିଲ୍ଲାରେ ପ୍ରସିଦ୍ଧ ।

  इटली के पीएम मारियो द्राघी को पीएम मोदी ने खास मार्बल इनले से बने टेबल टॉप दिए. ये कला आगरा में खूब प्रसिद्ध है. पिएट्रा ड्यूरा या मार्बल इनले की उत्पत्ति ओपस सेक्टाइल में हुई है. प्राचीन और मध्ययुगीन रोमन दुनिया में लोकप्रिय पिएत्रा ड्यूरा का एक रूप जहां चित्र या पैटर्न बनाने के लिए सामग्री को दीवारों और फर्श में काटा और जड़ा जाता था.

ମୋଦୀ ଇଟାଲୀର ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମାରିଓ ଡ୍ରାଗିଙ୍କୁ ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର ମାର୍ବଲ ଇନଲେରେ ନିର୍ମିତ ଟେବୁଲ୍ ଟପ୍ ଦେଇଛନ୍ତି  । ଆଗ୍ରା ରେ ଏହି କଳା ବହୁତ ପ୍ରସିଦ୍ଧ  ।

  जर्मन चांसलर ओलाफ़ शोल्ज़ को पीएम मोदी ने खास नक्काशी वाले मटके गिफ्ट किए हैं. निकल की पॉलिश वाले हाथ से बनाए गए पीतल के बर्तन यूपी के मुरादाबाद जिले की एक उत्कृष्ट कृति हैं. इस कृति के लिए ही मुरादाबाद को पीतल नगरी भी कहा जाता है. इस बर्तन की ढलाई के बाद इसमें डिजाइन को उकेरा जाता है. डिजाइन को पहले लकड़ी के ब्लॉक के साथ तैयार किया जाता है. इस विशेष प्रकार के उत्कीर्णन को मरोडी कहा जाता है, इस डिजाइन में नकारात्मक स्थान को भरने के लिए उपयोग की जाने वाली घुमावदार रेखाओं के कारण ये मुरादाबाद के उत्कीर्णन शिल्प में महत्व स्थान रखता है.

ଜର୍ମାନ ଚାନ୍ସେଲର ଓଲାଫ ସ୍କୋଲଜଙ୍କୁ ପିଏମ ମୋଦୀ ଖୋଦିତ ହୋଇଥିବା ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର ହାଣ୍ଡି ଉପହାର ଦେଇଛନ୍ତି । ନିକେଲରେ ପଲିସ୍ ହୋଇଥିବା ଏହି ହାତ ତିଆରି ପିତ୍ତଳ ବାସନ ୟୁପିର ମୁରାଦାବାଦରେ ପ୍ରସିଦ୍ଧ କଳା ।

  प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को तोहफे में बनारस की जी-आई टैग वाली कला वाले लाकरवेयर राम दरबार उपहार में दिया. इसे गूलर की लकड़ी पर बनाया गया है. कलाकृति में प्रमुख पात्र श्री राम, देवी सीता, भगवान हनुमान और जटायु हैं. ऐसा माना जाता है कि रामायण का इंडोनेशियाई संस्करण मध्य जावा में मेदांग साम्राज्य (732-1006 ईस्वी) के दौरान लिखा गया था. इसे काकाविन रामायण के नाम से जाना जाता है. छाया कठपुतली के माध्यम से लोगों को रामायण की कथा सुनाई जाती है.

ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ ଇଣ୍ଡୋନେସିଆର ରାଷ୍ଟ୍ରପତି ଜୋକୋ ୱିଡୋଡୋଙ୍କୁ ବାନାରସର ଜି-ଆଇ ଟ୍ୟାଗ୍ ମାନ୍ୟତା ପ୍ରାପ୍ତ କଳା ଲାକରୱେୟାରରେ ନିର୍ମିତ ରାମଙ୍କ ଦରବାରର ଏକ ଉପହାର ଦେଇଛନ୍ତି। ଏହା ଏକ ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର କାଠରେ ନିର୍ମିତ ହୋଇଛି । ଚିତ୍ରକଳାର ମୁଖ୍ୟ ଚରିତ୍ର ହେଉଛନ୍ତି  ଭଗବାନ ଶ୍ରୀ ରାମ, ଦେବୀ ସୀତା, ପ୍ରଭୁ ହନୁମାନ ଏବଂ ଜାଟାୟୁ  ।

  वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को तोहफे में कश्मीर का सिल्क कारपेट दिया. कश्मीरी रेशम के कालीन मुख्य रूप से भारत में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर क्षेत्र में बनाए जाते हैं. पैटर्न में रंगों के सख्त कोड का इस्तेमाल किया जाता है. इसके धागों को हाथ से बुना जाता है. फिर चमकदार पॉलिश की जाती है.

ଏହା ସହ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ କାନାଡାର ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଜଷ୍ଟିନ ଟ୍ରୁଡୋଙ୍କୁ କାଶ୍ମୀରର ରେଶମ କାର୍ପେଟ ଉପହାର ଦେଇଛନ୍ତି। କାଶ୍ମୀରୀ ରେଶମ କାର୍ପେଟ ମୁଖ୍ୟତଃ ଭାରତର କେନ୍ଦ୍ରଶାସିତ ଅଞ୍ଚଳ ଜାମ୍ମୁ କାଶ୍ମୀରରର ଶ୍ରୀନଗରରେ ତିଆରି ହୋଇଥାଏ ।